April 9, 2025

37 thoughts on “White Alert: बचा लो Glaciers को | Science Spark

  1. आचार्य प्रशांत जी को अपने स्टेज पर बुलाए लोगों को वास्तविकता से परिचय कराए,उनकी बेहोशी तोड़िए ….जीने का तरीका बदलना पड़ेगा,खुशी के नए रास्ते खोजने पड़ेगें नहीं तो मानवजाति का भविष्य भयावह मृत्यु के अलावा कुछ भी नहीं ।😢

  2. Iska koi samadhan tab hoga jab ,,insan khud niyantrit hoga.Aur ye sab manavata ke vicharo me Kranti hogi tab hoga.जल ही जीवन है।जियो और जीने दो।अहिंसा ,सेवा ही धर्म है।🌹☘️🌿🌿🏝️🌏🌾🌱🌱🍀🪴☄️🦚

  3. हम यहां इस चीज की अहमियत भी इसीलिए समझ रहे क्युकी हम शिक्षा लिए है आचार्य प्रशांत सर से हम इस विनाश की नाजुकता को समझ पा रहे❤

  4. एक ही पर्याय है। आचार्य प्रशांत जी की शिक्षा।

    आदमी का consumerism जब तक कम नहीं होगा तब तक कुछ नहीं होगा।

    बड़ी बड़ी फॉसिल फ्यूल की फैक्ट्री बंद करनी पड़ेगी।

  5. आज की युवा पीढ़ी को देख कर लगता है आने वाली पीढ़ी डूब ही जाये तो ही अच्छा है 😂😂😂

  6. जागरूकता फैलाने के लिए धन्यवाद।
    समाधान के लिए भी लोगों को पेड़ – पौधे लगाने के लिए जागरूक करें।

  7. मनुष्य अपना विकास अर्थात् विनाश बहुत सोच समझ कर कर रहा है इसलिए उसको इसकी कोई परवाह नहीं😢

  8. आचार्य प्रशांत का मार्ग ही विश्व जीवन है 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤

  9. आचार्य प्रशांत के अनुसार, जलवायु परिवर्तन केवल एक पर्यावरणीय समस्या नहीं है, बल्कि यह मानव की आंतरिक अवस्था और जीवन दृष्टिकोण का परिणाम है। वे इसे केवल तापमान बढ़ने, ग्लेशियर पिघलने या बाढ़-सूखे जैसी बाहरी घटनाओं तक सीमित नहीं मानते, बल्कि कहते हैं कि:

    > "जब मनुष्य अपनी आवश्यकताओं और लालसाओं में भेद करना भूल जाता है, तब प्रकृति का संतुलन बिगड़ता है।"

  10. आचार्य प्रशांत यह बात कब से समझा रहे हैं। लेकिन मीडिया, नेता, जनता के किसी के कानो पर जूँ नहीं रेंगती।

  11. एक ही है समाधान आचार्य प्रशांत के गीता सत्रों से शिक्षा द्वारा जागरूक हो कर |

  12. Indian main govt ko koyi be matab nahi hai … un sub say

    Woh log construction kar nay main bauth busy hai … they r planning now ki 1 liter ki bottle 100 rup ki kr nay ko …

  13. अगर हमें पृथ्वी को बचाना है एक ही समाधान है आचार्य प्रशांत के गीता सत्रो से जुड़ कर और उनका मार्गदर्शक बन कर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *